पुलिस द्वारा सीसीटीवी कैमरो की मदद से सुलझाया मामला

रतलाम/जनवकालत न्यूज। रतलाम के वर्धमान नगर नगर निवासी रचना (39) पति भगवतीलाल उपाध्याय के शव की गुत्थी रतलाम पुलिस ने सुलझा ली है। पुलिस ने सोमवार को इस मामले का खुलासा पत्रकार वार्ता आयोजित कर किया। आपको बता दें कि महिला का शव झाबुआ जिले के ग्राम करवड़ में माही नदीं के पास से मिला था। पहले झाबुआ पुलिस इसकी जांच कर रही थी। लेकिन रतलाम में गुमशुदगी दर्ज होने के कारण पूरे केस को रतलाम पुलिस ने अपने हाथ में ले लिया। रतलाम एसपी राहुल कुमार लोढ़ा ने खुद इस केस को देखा।
एसपी राहुल कुमार लोढ़ा ने जानकारी देते हुए बताया कि विगत 23 मई को थाना औद्योगिक क्षैत्र रतलाम पर भगवतीलाल उपाध्याय की सूचना पर गुमशुदा रचना पति भगवतीलाल उपाध्याय निवासी वर्धमान नगर रतलाम के गुम होने पर गुमइन्सान क्रमांक 68/24 पंजीबद्ध कर जांच की जा रही थी। दिनांक 26 मई को थाना पेटलावद जिला झाबुआ पुलिस द्वारा थाना पेटलावद में अज्ञात महिला के शव की पहचान हेतु थाना औद्योगिक क्षैत्र रतलाम पर उपस्थित होकर सूचना दी थी जो गुमशुदा महिला रचना उपाध्याय के परिजनो को सूचित कर अज्ञात महिला के शव की पहचान कराई गई थी, जो परिजनो द्वारा उक्त अज्ञात महिला के शव को बदन पर पहने कपड़े व हाथ पर बने टेटू की मदद से रचना पति भगवतीलाल उपाध्याय उम्र 38 वर्ष निवासी वर्धमान नगर रतलाम के रूप में पहचान की गयी थी।


थाना औद्योगिक क्षैत्र रतलाम पर पुर्व से गुमशुदगी पंजीबद्ध होने से थाना पेटलावद जिला झाबुआ द्वारा उक्त मर्ग की जांच पर से जीरो एफआईआर धारा 302, 201 भादवि की अज्ञात व्यक्ति के विरूद्ध पंजीबद्ध कर अग्रिम अनुसंधान व असल अपराध पंजीबद्ध हेतु केस डायरी थाना औद्योगिक क्षैत्र रतलाम पर प्रेषित की गयी थी जो उक्त एफआईआर पर असल अपराध क्रमांक 386/2024 धारा 302, 201 भादवि का पंजीबद्ध कर विवेचना प्रारम्भ की गयी।
टीम का गठन कर की गई कार्रवाई–
पुलिस अधीक्षक रतलाम राहुल कुमार लोढ़ा के निर्देशन में अति. पुलिस अधीक्षक राकेश खाखा, नगर पुलिस अधीक्षक रतलाम अभिनव कुमार वारंगे के मार्गदर्शन में तथा थाना प्रभारी राजेन्द्र वर्मा के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया। मामले की गंभीरता को देखते हुए एसपी राहुल कुमार लोढा द्वारा अज्ञात आरोपी की पतारसी हेतु 10000/- रूपये का ईनाम की घोषणा की गई।
उक्त महिला की हत्या के अपराध की पतारसी एवं आरोपियों की गिरफ्तारी हेतु पुलिस टीम द्वारा शहर मे स्थापित 100 से अधिक पुलिस सीसीटीवी कैमरे एवं प्रायवेट कैमरों की सहायता ली गई। कार्रवाई के दौरान पुलिस को सीसीटीवी कैमरे के माध्यम से महिला आखिरी बार दिनांक 23 मई को शाम करीब 06.00 बजे संदेही संतोष पिता श्यामलाल राव के साथ नगर निगम तिराहे पर देखी गई थी जिसे शहर मे लगे सीसीटीवी कैमरे व विभिन्न स्थानों के प्रायवेट कैमरों की सहायता से ट्रेक करते हुये संदेही संतोष राव महिला रचना उपाध्याय के साथ कान्वेंट तिराहे स्थित मुफद्दल विला मे अंदर जाते हुये दिखाई दिया। जिस पर से संदेही संतोष पिता श्यामलाल राव को गिरफ्तार कर सघनता से पूछताछ की गई थी जिस पर संदेही संतोष राव द्वारा उक्त महिला से प्रेम प्रसंग होना बताया तथा प्रेम प्रसंग के चलते महिला की गला दबाकर हत्या करना स्वीकार किया तथा महिला की स्कूटी पहचान छिपाने के उद्देश्य से नंबर प्लेट तोडकर खाचरोद मे सुनसान स्थान पर खडी करना तथा महिला के फोन तोडकर रास्ते मे फेंक देना व मृतिका रचना उपाध्याय की डेड बॉडी को अपने मित्र सलमान के साथ मिलकर रस्सी से बांधकर चद्दर मे लपेटकर कार्टन से ढककर लोडिंग ऑटो से रानीसिंग के आगे माही नदी मे पुल के टूटे हुये हिस्से से नदी मे फेंकना स्वीकार किया गया। जिस पर से आरोपी संतोष पिता श्यामलाल राव उम्र 39 साल निवासी हाकिमबाडा रतलाम को गिरफ्तार किया गया तथा हत्या मे प्रयुक्त लोडिंग वाहन फरार अन्य सह आरोपी सलमान को 03 जून को गिरफ्तार कर पूछताछ की जा रही है और घटना मे प्रयुक्त वाहन महिला की स्कूटी व अन्य सामग्री जप्ती की प्रक्रिया की जा रही है।
इनकी रही सराहनीय भूमिका –
अज्ञात मृतिका की शिनाख्ती से लेकर अज्ञात आरोपी की पतारसी एवं गुरफ्तारी मे औद्योगिक क्षेत्र थाना प्रभारी राजेन्द्र वर्मा, उनि सत्येन्द्र रघुवंशी, उनि अमित शर्मा सायबर सेल रतलाम , सउनि बब्लू डागा, सउनि इशाक खान, प्र.आर. नीरज त्यागी, प्र.आर. राहुल जाट, प्र.आर. तपेश गोसाई, प्र. आर बलराम पाटीदार, प्र. आर. मनमोहन शर्मा, प्र. आर. हिम्मत सिंह, आर. कपिल, आर. लखन, आर. अर्जुन खींची, आर. मोहन पाटीदार, आर. अभिषेक पाठक, आरक्षक दुर्गालाल गुजराती, आर. कान्हा मेघवाल, आर. राजेश प्रजापति आर विपुल भावसार व चालक संजय एवं सीसीटीवी शाखा से उनि राजा तिवारी, प्र. आर. शान्तिलाल डिंडोर, आर. पारस चावला, आर. लाखन धबाई की सराहनीय भूमिका रही तथा प्र.आर बलराम पाटीदार द्वारा महत्वपुर्ण सुचना देकर मुख्य भूमिका निभाई गई।