जनवकालत न्यूज /जबलपुर। जबलपुर के बीजेपी कार्यालय में उस वक्त हंगामा मच गया, जब विरोध प्रदर्शन कर रहे बीजेपी के कार्यकर्ता केंद्रीय मंत्री और मध्यप्रदेश बीजेपी के चुनाव प्रभारी भूपेंद्र यादव के साथ बहसबाजी करने लगे। इस दौरान विरोध कर रहे लोगों ने भूपेंद्र यादव के गनर के साथ भी मारपीट करते हुए पिस्टल छीनने की कोशिश की।
बता दें कि बीजेपी की 5वीं सूची जारी होते ही जबलपुर में हंगामा मच गया। जबलपुर उत्तर विधानसभा सीट पर अभिलाष पांडे को टिकट दिए जाने और शरद जैन को टिकट नहीं दिए जाने के विरोध में सैकड़ों बीजेपी प्रत्याशी जमा हो गए। जिस वक्त ये सारा हंगामा हुआ बीजेपी कार्यालय में चुनाव प्रभारी भूपेंद्र यादव भी मौजूद थे, जिन्होंने विरोध कर रहे कार्यकर्ताओं को समझाने की कोशिश की। इस दौरान भूपेंद्र यादव के साथ बीजेपी कार्यकर्ताओं ने बहस की है और उनके गनर के साथ मारपीट भी की है, जिसका एक वीडियो भी सामने आया है।


अध्यक्ष के खिलाफ जमकर हुइ नारेबाजी
विरोध कर रहे कार्यकर्ताओं ने प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। कार्यकर्ता अभिलाष पांडे को पैराशूट उम्मीदवार बता रहे हैं। वहीं, सोशल मीडिया में विरोध के स्वर उग्र हो रहे हैं।
गौरतलब है कि मध्य उत्तर विधानसभा से उम्मीदवार बनाए गए अभिलाष पांडे जिले की पश्चिम विधानसभा के निवासी हैं। वह इसी सीट से टिकट के लिए दावेदार कर रहे थे। पार्टी ने इस सीट से वर्तमान सांसद राकेश सिंह को चुनाव मैदान में उतारा था। अभिलाष को प्रदेष अध्यक्ष वीडी शर्मा का समर्थक माना जाता है। इस सीट से शरद जैन, पूर्व भाजयुमो के प्रदेश अध्यक्ष धीरज पटैरिया, शरद अग्रवाल तथा कमलेश अग्रवाल मुख्य दावेदार थे।
शरद जैन इस सीट से साल 2003 से 2018 तक विधायक थे और प्रदेश सरकार में मंत्री रह चुके हैं। मंत्री रहते हुए पिछला चुनाव वह महज साढ़े पांच सौ मतों से हारे थे। धीरज पटैरिया ने बागी उम्मीदवार बन पिछला चुनाव लड़ा था और लगभग 30 हजार वोट अर्जित किए थे। जो भाजपा प्रत्याशी की हार का प्रमुख कारण था।
अभिलाष पांडे को उम्मीदवार बनाने जाने की घोषणा के बाद टिकट के दावेदारों के समर्थक बड़ी संख्या में बीजेपी कार्यालय पहुंचकर विरोध प्रदर्शन करने लगे। कार्यालय में घुसकर विरोध कर रहे पार्टी कार्यकर्ताओं ने प्रदेश अध्यक्ष के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। उनका आरोप था कि बाहरी व्यक्ति को उम्मीदवार बनाया गया है। क्षेत्र में सालों से सक्रिय पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की अनदेखी की गई। प्रदर्शनकारी शरद जैन, धीरज पटैरिया सहित अन्य नेताओं के पक्ष में जमकर नारेबाजी कर रहे थे। आक्रोशित कार्याकर्ताओं ने कार्यालय में जमकर हंगामा किया।