राजेश झाला ए. रज़ाक संपादक जनवकालत न्यूज

भारत में राष्ट्रीय राजनीति स्पर्धा में मैदानी खेल संपन्न हो गया है। अब महत्वपूर्ण प्रतियोगिता दिल्ली के राजनीति स्टेडियम (संसद) में चल रही है। एनडीए और इंडिया के धाकड़ खिलाड़ियों का जोरदार प्रदर्शन देश की जनता देख रही है।
राजनीति की हाईजंप में चंद्रबाबू नायडू और नीतीश कुमार फाइनल में खेलेंगे, वहीं इंडिया टीम के शरद पवार राजनीति की लांगजंप में अपना दबदबा बनाए हुए हैं। सरकार के नुमाइंदे ईडी, सीबीआई सहित कई संस्थाओं के माध्यम से लोकतंत्र में शांतिपूर्वक राजनीति स्पर्धा का संचालन करने में लगे हैं।


अतीत में झांक कर देखे तो सत्ता की जंग में प्रत्यक्ष रूप से “शब्दभेदी बाण” महामानव श्री पृथ्वीराज चौहान ने चलाया था। आज सत्ता चलाने के लिए राजनैतिक योद्धा परोक्ष रूप से “शब्दभेदी मंत्र” फूंक रहे हैं। मोदी और शाह की जोड़ी ने प्रतिपक्ष सहित अपनो के मुगालते दूर कर 18 वी संसद का शंखनाद कर दिया है। वैसे तो महाभारत युद्ध 18 दिन चला था। अब देखना है कि लोकतंत्र के चीरहरण की रक्षा के लिए कौन पांडवो का किरदार निभाएगा?