जनवकालत न्यूज / इंदौर। Khargone Bus Accident: एक साल के अंदर इंदौर से आने जाने वाली बसों में छह भीषण हादसे हो चुके हैं। इनमें कई लोग जान गंवा चुके हैं और कई अभी तक इस दर्द से उबर नहीं पाए हैं। इसके बावजूद नेता और अधिकारियों की नींद नहीं खुली है। बस संचालकों की मनमानी जारी है।

बस हादसों की वजह तलाशने और सुधार करने में प्रशासन और जनप्रतिनिधियों का सुस्त रवैया जारी है और इसका खामियाजा लोगों को अपनी जान देकर चुकाना पड़ रहा है।


पीएम, सीएम, सहित पूर्व सीएम ने प्रकट की संवेदनाएं
अभी ताजा उदाहरण है प्रदेश के खरगोन जिले में हुआ बड़ा हादसा है। बोराड़ नदी पर बने पुल से एक यात्री बस 50 फीट नीचे गिर गई। हादसे में कुल 22 लोगों की मौत हो गई है, बताया जा रहा है कि 15 लोगों ने घटनास्थल पर ही दम तोड़ दिया था। जिला प्रशासन ने मौत की पुष्टि कर दी है। 20-25 लोग घायल हैं।हादसे में ड्राइवर, कंडक्टर और क्लीनर की भी मौत होने की सूचना है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने खरगोन में हुई बस दुर्घटना पर दुख व्यक्त किया और मृतकों के परिजनों के प्रति अपनी संवेदनाएं प्रकट की हैं।
हादसे में नौ महिलाएं, तीन बच्चे और नौ पुरुषों समेत कुल 22 लोगों की मौत हुई है। सभी मृतक खरगोन के बताए जा रहे हैं। 10 घायलों को इंदौर रेफर किया गया है। 22 घायलों का खरगोन जिला अस्पताल में उपचार चल रहा है। बस श्रीखण्डी से इंदौर जा रही थी। हादसा सुबह नौ बजे हुआ।

मध्यप्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि बेहद दुखद घटना है। घटना की मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दे दिए गए हैं।राज्य सरकार ने आर्थिक सहायता की घोषणा कर दी है। बस ओवरलोड थी या नहीं, इसकी जांच की जा रही है।
मृतकों के परिजनों को मिलेंगे 6-6 लाख
केंद्र सरकार और राज्य सरकार ने मृतकों के परिजनों के लिए आर्थिक सहायता घोषित की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से खरगोन हादसे में मारे गए लोगों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये और घायलों को 50-50 हजार रुपये दिए जाएंगे। इसी तरह मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने हादसे पर दुख जताते हुए हादसे में मृतकों के परिजनों और घायलों के लिए आर्थिक सहायता घोषित की है। राज्य सरकार ने खरगोन में हुई बस दुर्घटना में मृतकों के परिवारजनों को चार लाख रुपये की सहायता राशि, गंभीर घायलों को 50 हजार रुपये, कम एवं साधारण घायलों को 25 हजार रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है। साथ ही दुर्घटना में घायलों के समुचित इलाज की व्यवस्था राज्य सरकार द्वारा की जाएगी।
इससे पहले पिछले एक वर्ष में हुए हादसे-

जुलाई 2022 में सबसे भीषण हादसा हुआ था। इसमें खलघाट पर 12 लोगों की मौत हो गई थी। खरगोन ठीकरी रोड पर ग्राम दसगां 50 फीट ऊंचे ब्रिज से यह बस नदी में गिर गई थी। नदी में पानी नहीं था। बताया गया था कि मां शरदा ट्रेवल्स की यह बस तेज गति से जा रही थी इसी वजह से हादसा हुआ था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी खलघाट हादसे पर शोक संवेदनाएं व्यक्त की थी।
दिसंबर 2022 में ही इंदौर इच्छापुर हाईवे पर सुबह दो बसों की आमने-सामने टक्कर हो गई। इस दुर्घटना में एक व्यक्ति की मौके पर मौत हो गई थी वहीं, 30 से अधिक लोग घायल हो गए थे। दुर्घटना इतनी भयानक थी कि दोनों ही बसों के अगले हिस्से चकनाचूर हो गए थे।
फरवरी 2023 में भी एक हादसा हुआ जिसमें बस मनावर से इंदौर आ रही थी। बताया गया था कि उसकी रफ्तार बहुत तेज थी और बस की चपेट में आने से एक युवक की मौके पर ही मौत हो गई थी। घटना के बाद गुस्साई भीड़ ने बस में आग लगा दी थी। आग की चपेट में आने से पास खड़ा एक मल्टी एक्सेल ट्रक भी जल गया।
मार्च 2023 में तेज रफ्तार बस नाले में पलट गई जिसमें दो लोगों की मौत हो गई। इंदौर से खंडवा जाते समय इंदौर-इच्छापुर हाईवे पर यह हादसा हुआ। यहां एक तेज रफ्तार यात्री बस नाले में पलट गई। जिसमें दो महिलाओं की मौत हो गई और 38 यात्री घायल हुए। इंदौर से निकली बस खंडवा जा रही थी। बस में 50 से ज्यादा यात्री सवार थे। बस सिमरोल भैरव घाट पर पहुंची थी जहां बस का शॉफ्ट टूटने से वह सीधे नाले में जा गिरी। बस में सवार यात्री सुनील मालाकार ने बताया था कि बस जब सिमरोल भैरव घाट पर पहुंची तो उसका शॉफ्ट टूट गया। हमने ड्राइवर को बस रोकने के लिए कहा लेकिन उसने हमारी बात नहीं मानी।
मार्च 2023 में ही इंदौर से छतरपुर जा रही बस पलट गई थी जिसमें चार लोगों की मौत हो गई थी। सागर की निवार घाटी में हुए हादसे में 22 यात्री घायल हुए थे। मृतकों में दो भाई भी थे। यह स्लीपर बस इंदौर से छतरपुर जा रही थी। चारों छतरपुर के रहने वाले थे।
एक महीने पहले अप्रैल 2023 में जबलपुर से इंदौर आ रही बस देवास के सोनकच्छ में नीलगाय को बचाने के चक्कर में पलट गई। इसमें 50 यात्री थे। हादसा इंदौर-भोपाल हाईवे पर रविवार सुबह करीब 4.30 बजे हुआ था और हादसे में 9 लोग घायल हुए। इस हादसे के लिए बताया गया था कि बस की गति अधिक थी इसलिए नियंत्रित नहीं हो सकी।
खरगोन जिले में हुई भीषण बस दुर्घटना में हमारे 22 भाई-बहन नहीं रहे। ईश्वर से दिवंगत आत्माओं को शांति प्रदान करने और घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की प्रार्थना है। संकट की इस घड़ी प्रदेश सरकार इन परिवारों के साथ खड़ी है: CM pic.twitter.com/kPfwtSIn2v
— Chief Minister, MP (@CMMadhyaPradesh) May 9, 2023