राजेश झाला ए.रज़्ज़ाक|
मध्य प्रदेश राजस्थान में कांग्रेस संगठन में चल रही उठापटक से वर्षों से अंगद की तरह पैर जमा कर कांग्रेस को रसातल में पहुंचाने वालों के पैरों को राहुल गांधी ने उखाड़ फेंकने का संकल्प जो लिया है, वह धरातल पर सार्थक होता नजर आ रहा है| मध्यप्रदेश के रतलाम जिले की आलोट विधानसभा सीट के स्वयंभू को राहुल गांधी ने सिरे से नकार दिया, परिणाम स्वरूप प्रेमचंद गुड्डू और उनके पुत्र को भाजपा में बना लेनी पड़ी| इसी प्रकार राहुल ने दिग्गी सिंधिया और कमलनाथ के भी मुगालते दूर कर दिए हैं| सूत्र बताते हैं कि, राहुल 5 साल और इंतजार कर सकते हैं, लेकिन विभीषणों के चरित्र वालों को बेनकाब कर देंगे| हालांकि राहुल टीम के सदस्यों की भी दाल पतली है| राजस्थान में सचिन पायलट हार के डर से सीट बदलने में लगे हैं| मध्य प्रदेश में कांग्रेसी असंतुष्टों के गुर्गों ने अपनी ही पार्टी के उम्मीदवार की उम्मीद पर पानी फेरने का मंसूबा बना लिया है| रतलाम शहर एवं ग्रामीण विधानसभा सीट पर भीतर घातियों ने अपने राजनैतिक आकाओं के इशारों पर रणनीति तैयार कर ली है| अब देखना है, मतदाता क्या करते हैं|

