प्रकाश तंवर
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के हर सवाल का जवाब प्रदेश की जनता अपने ‘मत’ के दान से देगी, आने वाले विधानसभा चुनाव में। लेकिन वर्तमान कांग्रेसी नेताओं के पास सी.एम. के जवाबी हमले का कोई तोड़ नहीं है। हास्यास्पद बात यह है, कि जनसामान्य ‘मामा’ को जवाब देने में सक्षम है। पर प्रदेश के कांग्रेसी नेता अक्षम है। कांग्रेसी विधायक और कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष बाला बच्चन ने सी.एम.की ‘जन आर्शीवाद यात्रा को, कांग्रेस द्वारा जनजागरण यात्रा’ से अधिक प्रभावशाली बता रहे है। जिससे प्रदेश में उन नेताओं की पोल खुल गई है। जिनके कई रेले है। ऐसे नेता भाजपाईयों के सामने टीक नहीं पा रहे है। कमजोर पड़ गये है। बच्चन ने सिंधिया की यात्रा निकालने की वकालत कर दी, जिससे आमजन में कमजोर कांगे्रस का पर्दाफाश हो गया। वही दुसरी ओर कांग्रेसी गुटबाजी सड़क पर आ गई। मध्यप्रदेश के प्रभारी राष्ट्रीय महासचिव दीपक बावरिया के साथ रीवा में अन्य नेता के इशारे पर कार्यकर्ताओं ने जो शरारत की, इसके लिए नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह को भी अभद्र व्यवहार पर निंदा की राजनीति करना पड़ी। कुल मिलाकर दिग्गी, सिंधिया, कमलनाथ सहित अन्य कांग्रेसी नेताओं की छोटी मछलियां कांग्रेसी तालाब को राजनीतिक दृष्टि से गंदा करने में लगी है। वही प्रदेश में कीचड़ भरी भाजपाई राजनीति में पूâल सुरक्षित दिखता नजर आ रहा है। प्रदेश में कांग्रेसियों की लड़ाई, मतदाता मौन होकर देख रहे है।

