Nepal Aircraft Crash: विमान हादसे वाले एयरपोर्ट का जल्दबाजी में हुआ उद्घाटन ..? , दुर्घटना के बाद उठे सवाल जानिए क्या है पूरा मामला..

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फोटो सोशल मीडिया

जनवकालत न्यूज/काठमांडू।

Plane Crash in Nepal:  नेपाल के पोखरा अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर काठमांडू से आ रहा 72 सीटों वाला यात्री विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया। हादसे में अब तक 68 लोगों की जान जा चुकी है। बचाव कार्य जारी है। फिलहाल एयरपोर्ट को बंद कर दिया गया है। हादसे की वजह का अब तक पता नहीं चल सका है। विमान में कुल 10 विदेशी नागरिक भी शामिल थे, जिनमें पांच भारत के थे। इनमें से किसी के भी बचने की खबर नहीं है।

इस बीच स्थानीय मीडिया में एयरपोर्ट के निर्माण को लेकर तरह-तरह के सवाल उठाए जा रहे हैं। कुछ रिपोर्ट्स में तो यहां तक दावा किया जा रहा है कि चीन की कंपनी द्वारा बनाए गए इस एयरपोर्ट का निर्माण पूरा नहीं था और इसका जल्दबाजी में उद्घाटन किया गया।

रिपोर्ट्स की मानें तो पिछले साल अप्रैल में चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने इस एयरपोर्ट के निर्माण को अंतिम रूप देने की घोषणा कर दी थी। इसी साल एक जनवरी को नेपाल के नए प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल प्रचंड ने इस एयरपोर्ट का उद्घाटन भी कर दिया। इस कार्यक्रम के महज 14 दिन के बाद ही एयरपोर्ट पर यह बड़ी दुर्घटना हुई।

जिस वक्त इस एयरपोर्ट के निर्माण का कार्य जारी था, ठीक उसी वक्त चीन की तरफ से इसे नेपाल में बेल्ट एंड रोड इनीशिएटिव (बीआरआई) का एक अहम पड़ाव बताया गया था। हालांकि, अब नेपाली मीडिया के एक धड़े ने इस एयरपोर्ट के निर्माण में इस्तेमाल होने वाली सामग्री की क्वालिटी को लेकर सवाल उठाए हैं। कहा गया है कि पोखरा एयरपोर्ट की लोकेशन पहले ही पायलटों के लिए चिंता की बात थी और इसके साथ ही इसके जल्दी उद्घाटन और अपूर्ण निर्माण को लेकर भी सवाल उठाए जा रहे हैं।

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फोटो सोशल मीडिया

गौरतलब है कि इस एयरपोर्ट को बनाने का जिम्मा चीन की सीएएमसी इंजीनियरिंग कंपनी लिमिटेड को दिया गया था। इसका निर्माण कार्य जुलाई 2017 में शुरू हुआ। तब इसके निर्माण में आने वाली लागत 22 अरब नेपाली रुपये लगाई गई थी। हालांकि, इसके निर्माण के दौरान चीन ने जमकर प्रचार किया कि यह चीनी बीआरआई प्रोजेक्ट का हिस्सा है। चीन के इन दावों को लेकर नेपाल में काफी प्रदर्शन भी हुए थे। कई लोगों ने शक जाहिर किया था कि एयरपोर्ट पर पूरा खर्च सिर्फ चीन ने ही किया है या नेपाल सरकार को लोन और ग्रांट के जरिए इसके निर्माण की राशि सौंपी गई है।

नेपाल नागरिक उड्डयन प्राधिकरण (सीएएएन) ने बताया कि यति एअरलाइंस के 9एन-एएनसी एटीआर-72 विमान ने सुबह 10 बजकर 33 मिनट पर काठमांडू के त्रिभुवन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से उड़ान भरी थी और वह सुबह करीब 11 बजे पोखरा हवाई अड्डे के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गया। पोखरा इस हिमालयी देश में एक मशहूर पर्यटक स्थल है। विमान में 68 यात्री और चालक दल के चार सदस्य सवार थे।

पोखरा हवाई अड्डे पर यात्री विमान दुर्घटना के बाद नेपाल सरकार ने कैबिनेट की आपात बैठक बुलाई है। प्रधानमंत्री पुष्प कल दहल ‘प्रचंड’ ने बचाव कार्य में तेजी लाने के निर्देश दे दिए हैं। सेना ने भी मौके पर पहुंचकर मोर्चा संभाल लिया है।

हादसे की जानकारी देते हुए यति एयरलाइंस के प्रवक्ता सुदर्शन बरतौला ने बताया कि यति (Yeti) एयरलाइंस के विमान में कुल 68 यात्री और चालक दल के चार सदस्य सवार थे। इसमें दो बच्चों समेत 15 विदेशी नागरिक भी शामिल हैं। विमान पुराने हवाई अड्डे और पोखरा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के बीच दुर्घटनाग्रस्त हुआ है।

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जांच के लिए पांच सदस्यीय कमेटी का गठन

पोखरा हवाई अड्डे पर विमान दुर्घटना के मद्देनजर नेपाल के पीएम पुष्प कमल दहल ‘प्रचंड’ और गृह मंत्री रबी लामिछाने विमान हादसे वाली जगह का दौरा कर सकते हैं। दोनों आज ही पोखरा पहुंचेंगे। हादसे के कारणों की जांच के लिए पांच सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया है। हादसे के बाद नेपाल में एक दिन का राष्ट्रीय शोक घोषित किया गया है।

काठमांडू से 10.33 बजे भरी थी उड़ान

नेपाल नागरिक उड्डयन प्राधिकरण (सीएएएन) ने बताया कि येती एअरलाइंस के 9एन-एएनसी एटीआर-72 विमान ने सुबह 10 बजकर 33 मिनट पर काठमांडू के त्रिभुवन अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे से उड़ान भरी थी। पोखरा इस हिमालयी देश में एक मशहूर पर्यटक स्थल है। हवाईअड्डा प्राधिकरण के मुताबिक, विमान में 53 नेपाली, पांच भारतीय, चार रूसी, दो कोरियाई, एक-एक आयरिश, अर्जेंटीना और फ्रांसीसी नागरिक सवार थे।

पोखरा नहीं जाएंगे नेपाल के पीएम और गृह मंत्री

नेपाल के पीएम पुष्प कमल दहल और गृह मंत्री रबी लामिछाने की पोखरा यात्रा रद्द कर दी गई है। नेपाल सचिवालय ने इसकी जानकारी दी है।

हेल्पलाइन नंबर जारी-

नेपाल सरकार ने कैबिनेट की आपात बैठक बुलाई

पोखरा हवाई अड्डे पर यात्री विमान दुर्घटना के बाद नेपाल सरकार ने कैबिनेट की आपात बैठक बुलाई है। प्रधानमंत्री पुष्प कल दहल ‘प्रचंड’ ने बचाव कार्य में तेजी लाने के निर्देश दे दिए हैं। सेना ने भी मौके पर पहुंचकर मोर्चा संभाल लिया है।

भारत में नेपाल के राजदूत ने जताया दुख

भारत में नेपाल के राजदूत शंकर शर्मा ने कहा कि पोखरा में कुछ भारतीयों सहित 72 लोगों और चालक दल के सदस्यों को ले जा रहे एक विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने से गहरा दुख हुआ। हम मृतकों के परिवारों के प्रति हार्दिक संवेदना व्यक्त करते हैं। हमारे विचार और प्रार्थना इस त्रासदी से प्रभावित सभी लोगों के साथ हैं।

लैंडिंग से पहले हुई दुर्घटना

जानकारी के मुताबिक, विमान पहाड़ी से टकरा गया। लैंडिंग से पहले हुई इस दुर्घटना के बाद विमान में आग लग गई। पोखरा के समीप दुर्घटनाग्रस्त हुआ यात्री विमान ATR-72 यति एयरलाइंस का बताया जा रहा है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर पोस्ट की गई तस्वीरों और वीडियो में दुर्घटनास्थल से धुएं का गुबार उठता दिख रहा है। हेलीकॉप्टर से दुर्घटनास्थल पर एक बचाव दल तैनात किया गया है।

क्या मौसम की खराबी की वजह से दुर्घटना हुई?

हादसा बेहद भयानक बताया जा रहा है। बचाव और राहत में जुटे लोगों की मानें तो हादसे में किसी के भी बचने की उम्मीद न के बराबर है। सिविल एविएशन अथॉरिटी ने बताया कि लैंडिंग से ठीक पहले विमान में आग की लपटें देखी गईं। इसलिए मौसम की खराबी की वजह से दुर्घटना होने की बात कहना ठीक नहीं होगा।

भारत ने जताया दुख

भारत के नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने नेपाल के हादसे पर दुख जताया। उन्होंने हादसे को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए हरसंभव मदद का आश्वासन दिया है।

ये थे विमान के पायलट

विमान को कैप्टन कमल केसी और असिस्टेंट कैप्टन अंजू खातीवाड़ा उड़ा रहे थे। नेपाल का विमानन दुर्घटनाओं का एक भयानक रिकॉर्ड रहा है। इसकी वजह आंशिक रूप से इसके अचानक मौसम परिवर्तन और दुर्गम चट्टानी इलाकों में स्थित हवाई पट्टियां हैं।

चीन की मदद से बना था एयरपोर्ट

पोखरा हवाई अड्डे के नवीनीकरण के बाद प्रधानमंत्री ने एक जनवरी को ही इसका उद्झााटन किया था। हवाईअड्डे को चीन की मदद से तैयार किया गया था। बताया जा रहा है कि जो विमान हादसे का शिकार हुआ है, उद्घाटन के वक्त उसी विमान का डेमो फ्लाई किया गया था।

बीते साल गई थी 22 लोगों की जान

इससे पहले पिछले साल मई के महीने में खराब मौसम की वजह से पहाड़ी मस्तंग जिले में तारा एयर विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। इस घटना में 22 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई थी। अधिकारियों ने बताया था कि खराब मौसम की वजह से विमान बाएं के बजाए दाएं मुड़ गया था। इससे विमान पहाड़ों से टकरा गया और दुर्घटनाग्रस्त हो गया।

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