राजेश झाला ए.रज़्ज़ाक।
विधानसभा चुनाव के चक्कर में शिव मामा ने समय से पहले बच्चों को साइकिल देने की योजना बनाई । क्या प्रदेश की भाजपा सरकार स्कूली बच्चों के पालको की मोटरसाइकिलो के लिए पेट्रोल सस्ता करने के लिए भी तत्काल कदम उठाएगी? प्रदेशवासी महंगाई झेल रहे हैं। डीजल की बढ़ती कीमतों से सड़क यात्रा महंगी हो गई है। वहीं बुलेट ट्रेन के चक्कर में मोदी जी ने रेल यात्रा भी महंगी कर दी। लोगों के लिए ट्रेनों में सामान्य डिब्बे में कटौती से गरीब, मध्यमवर्गीय को सड़क-रेल यात्रा करना दूभर हो रहा है। मुट्ठीभर लोगों के लिए हवाई यात्रा सुविधाजनक है। जिसमें साधन संपन्न हीं यात्रा का लुफ्त उठा सकते हैं। मोदी+शिव राज में घोड़ागाड़ी, बेलगाडी, ऊंटगाड़ी का आम लोगों को सहारा लेना पड़ेगा। स्मार्टसिटी, मिनी स्मार्टसिटी को धरातल पर उतारने वाले, नागरिकों की मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध करवाने में असमर्थ नजर आ रहे हैं। सेठियो, पूंजीपतियों की सुख सुविधा इन लोगों की विदेशी गाड़ियों के लिए फोरलेन, सिक्सलेन, एटलेन जरूरी है, ताकि ये लोग अविलंब अपने कारोबार एवं सैर-सपाटे के लिए द्रुत गति से आ-जा सके। क्या भाजपा सरकार गरीब किंतु स्वाभिमानी हाथों के लिए काम मुहैया करवाने के लिए औद्योगिक इकाइयों की स्थापना के लिए तत्काल चुनाव आचार संहिता के पहले देश प्रदेश के युवाओं को सौगात देगी? अब अच्छे दिन के जुमले को धरातल पर उतारने की तत्काल जरूरत है।