30 बच्चों की शिक्षा से रोपा गया विद्या का पौधा बना घना वटवृक्ष…

रतलाम/जनवकालत न्यूज़। शिक्षा के क्षेत्र में एक विश्वसनीय नाम जो सेवा संस्कृति, संस्कार, सहयोग और सृजन को बढ़ावा देते हुए समाज, शहर और राष्ट्र निर्माण में निःस्वार्थ अपना योगदान दे रहा है। सन् 1981 में न्यू रोड स्थित भवन में सरदार श्री राजेंद्र सिंह जी डंग की अध्यक्षता में श्री गुरु तेग बहादुर शैक्षणिक विकास समिति का गठन हुआ। समिति के सदस्य सरदार श्री रेवेल सिंह जी, सरदार श्री महेन्द्रपाल सिंह जी अजीमल, सरदार श्री हरदयाल सिंह जी वाधवा, सरदार श्री गुरुचरण सिंह जी, सरदार श्री महेन्द्र सिंह जी चावला, सरदार श्री दर्शन सिंह जी, सरदार श्री चेत सिंह जी, सरदार श्री अवतार सिंह जी, सरदार श्री सरदार सिंह जी, सरदार श्री हवैला सिंह जी एवं अन्य सहयोगी सदस्यों के दृढ निश्चय और श्री गुरु तेग बहादुर जी के जीवन आदर्शों का पालन करते हुए श्री गुरु तेग बहादुर शैक्षणिक विकास समिति के मार्ग दर्शन में 30 बच्चों के साथ श्री गुरु तेग बहादुर पब्लिक स्कूल के रूप में संस्था प्रारंभ हुई।

सन् 1991 में संस्था अध्यक्ष सरदार श्री हरदयाल सिंह जी वाधवा के नेतृत्व में शास्त्री नगर में श्री गुरु तेग बहादुर पब्लिक हायर सेकेण्डरी स्कूल में प्रथम बोर्ड परीक्षा (10वीं) का संचालन हुआ। लगातार प्रगति के पथ पर अग्रसर होते हुए कुछ ही वर्षों में शिक्षा के क्षेत्र में नवीन आयाम हासिल करते हुए सन् 2001 में श्री गुरु तेग बहादुर एकेडमी की स्थापना हुई। खेल के क्षेत्र में सन् 2008 सीबीएसई क्लस्टर में प्रथम बार में ही विद्यालय के विद्यार्थी ने 3000 मीटर रेस में पदक हासिल कर नेशनल के लिए क्वालीफाई किया।

श्री गुरु तेग बहादुर शैक्षणिक विकास समिति में सन् 2010 से अध्यक्ष पद पर सरदार श्री गुरनाम सिंह जी डंग के सफल मार्गदर्शन में समिति द्वारा संचालित संस्थाएँ उत्तरोत्तर प्रगति के पथ पर अग्रसर है। विद्यालय के रजत जयंती वर्ष को मनाते हुए हम अति उत्साहित व नई ऊर्जा का अनुभव कर रहे है। श्री गुरु तेग बहादुर एकेडमी के विद्यार्थियों का सत्र 2010-2011 से केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड दिल्ली (सीबीएसई) की कक्षा 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं का परीक्षा परिणाम निरंतर शत् प्रतिशत रहता है।
शिक्षा के साथ ही सामाजिक, सांस्कृतिक व विभिन्न खेल गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए ग्रीष्मकालीन केम्प का संचालन समिति द्वारा किया जा रहा है। जिसमें घुड़सवारी, तैराकी, रायफल शूटिंग, मलखम्भ और एडवांस योग, जुड़ो-कराटे, स्केटिंग, शतरंज जैसे विभिन्न खेलों के माध्यम से विद्यार्थियों का सर्वांगीण विकास हो रहा है। प्रतिवर्ष सीबीएसई क्लस्टर व नेशनल खेल प्रतियोगिताओं में एकेडमी के विद्यार्थियों ने पदक हासिल कर शहर का नाम गौरवान्वित किया है। चेतना खेल मेला में भी एकेडमी को लगातार 4 वर्षों व कुल 7 वर्षों तक सर्वश्रेष्ठ विद्यालय व चैम्पियनशीप से सम्मानित किया गया। वर्तमान सत्र 2025-26 में एकेडमी में एनसीसी का संचालन प्रारंभ हुआ। विद्यालय में लगभग 9500 विद्यार्थियों ने शिक्षा प्राप्त कर विभिन्न सामाजिक, प्रशासकीय क्षेत्रों में उपलब्धि हासिल कर विद्यालय व शहर का नाम गौरवान्वित किया है।
श्री गुरु तेग बहादुर शैक्षणिक विकास समिति द्वारा सन् 1981 में प्रारंभ हुई संस्था वर्तमान में लगभग 6000 विद्यार्थियों के परिवारों के अटूट विश्वास के साथ विगत 45 वर्षों से निरंतर कार्यरत है। श्री गुरु तेग बहादुर एकेडमी 25वां रजत जयंती वर्ष मनाते हुए समाज व शहर को धन्यवाद प्रेषित करती है और आपके विश्वास को बनाये रखने हेतु दृढ संकल्पित है।
वर्तमान समिति अध्यक्ष-सरदार श्री गुरनाम सिंह जी डंग, उपाध्यक्ष-सरदार श्री हरजीत सिंह जी चावला, सचिव-सरदार श्री अजीत सिंह जी छाबड़ा, कोषाध्यक्ष-सरदार श्री देवेन्द्र सिंह जी वाधवा, सहसचिव-सरदार श्री हरजीत सिंह जी सलूजा, कार्यकारिणी सदस्य-सरदार श्री सतपाल सिंह जी डंग, खेल प्रभारी-सरदार श्री सुरेन्द्र सिंह जी भामरा, कार्यसमिति सदस्य-सरदार श्री धर्मेन्द्र सिंह जी गुरुदत्ता, कार्यसमिति सदस्य-सरदार श्री गगनदीप सिंह जी डंग, कार्यसमिति सदस्य-सरदार श्री गुरविन्दरजीत सिंह जी खालसा व अन्य युवा सदस्यों के उत्साह से आने वाले वर्षों में शैक्षणिक व खेल योजनाओं को प्रारंभ करने के लिए कृत संकल्पित है।