दो दिनों में एक लाख यूनिट से अधिक रक्तदान का लक्ष्य

रतलाम/जनवकालत न्यूज़। विश्व बंधुत्व दिवस के अवसर पर भारत और नेपाल में चल रहे रक्तदान महाअभियान का उत्साह चरम पर है। महाअभियान में मात्र दो दिन में ही लगभग 670 शिविरों के माध्यम से 50 हजार यूनिट रक्तदान किया जा चुका है। 25 अगस्त तक कुल 1500 शिविरों के माध्यम से एक लाख से अधिक रक्तदान कर वर्ल्ड गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने की तैयारी की जा रही है।

जावरा रोड, गौरव पैलेस कॉलोनी स्थित भाग्योदय भवन के सभागृह में भी रविवार को आयोजित रक्तदान शिविर में लगभग 22 रक्तवीरों ने भाग लिया।

पूर्व मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी दादी प्रकाशमणि जी की 18वीं पुण्यतिथि (25 अगस्त 2025) और विश्व बंधुत्व दिवस के उपलक्ष्य में समाजसेवा प्रभाग द्वारा भारत और नेपाल के सेवाकेंद्रों पर 22 और 25 अगस्त तक दो दिवसीय विशाल रक्तदान शिविर आयोजित किए जा रहे हैं। अभियान के तहत 1 लाख यूनिट रक्तदान का संकल्प लिया गया है।

“सबसे श्रेष्ठ दान है जीवनदान”-
शिविर के शुभारंभ पर भाग्योदय भवन, रतलाम सेवा केंद्र संचालिका राजयोगिनी बी.के. मनोरमा दीदी ने कहा कि दान ही सबसे बड़ा बल है। दान केवल धन का नहीं, बल्कि सबसे बड़ा दान जीवनदान है। रक्तदान उसी जीवनदान की श्रेणी में आता है। रक्तदान करके हम किसी आत्मा को नवजीवन प्रदान करते हैं और वह व्यक्ति अपनी जीवन यात्रा और अधिक समय तक सुखपूर्वक व्यतीत कर सकता है।
मुख्य अतिथि आदरणीय भ्राता श्री Y.K. मिश्र जी (कला एवं विज्ञान महाविद्यालय प्राचार्य) ने कहा कि दादी जी की स्मृति में सेवा का यह प्रकल्प अत्यंत सराहनीय है। निश्चित रूप से यह अभियान एक लाख यूनिट से अधिक रक्तदान तक पहुँचेगा।
विशेष अतिथि भ्राता अश्विनी शर्मा (रोटरी क्लब अध्यक्ष, डायमंड) ने कहा कि उन्हें हर वर्ष सेवा का अवसर मिलता है। 1981 से अब तक उन्होंने 150 बार रक्तदान किया है, जिससे तीन लोगों का भला हुआ। ऐसे पुण्य कार्य का हिस्सा बनने पर उन्हें अत्यंत खुशी मिलती है।
विशेष अतिथि भ्राता चरण सिंह पंवार (अखिल भारतीय ग्राहक पंचायत, ग्रामीण सहयोजक रतलाम) ने कहा कि रक्तदान मानवता, करुणा और सेवा की भावना का उत्सव है।
विश्व बंधुत्व दिवस एवं रक्तदान शिविर पर सभी अतिथियों और भाई-बहनों ने दादी जी को पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धा सुमन अर्पित किए। लगभग 22 भाई-बहनों ने रक्तदान करके इस पुण्य कार्य में योगदान दिया।
बड़ी संख्या में सेजावता, कैलोरी कला, अमलेटा, तिलगारा, नामली, नागदा और बड़नगर सेवा केंद्र के भाई-बहन आयोजन में शामिल हुए। सरकारी अस्पताल रतलाम से बहन मीनाक्षी शर्मा (ब्लड बैंक काउंसलर) एवं उनके साथियों ने भी रक्तदान शिविर में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
पुष्पांजलि बड़नगर सेवा केंद्र संचालिका नीलम बहन, नामली सेवा केंद्र संचालिका पार्वती बहन, पूजा बहन, आरती बहन एवं मंजुला बहन ने दी।
कार्यक्रम का सफल संचालन कुमारी सोनाली पाल ने किया, जबकि आभार कुमारी यजस्वी मोडीया ने व्यक्त किया।
