बड़ा प्रश्न यह की इस घटना का जिम्मेदार कौन?

रतलाम/जनवकालत न्यूज। 80 फीट रोड पर स्थित साईं श्री स्कूल की मासूम बालिका के साथ यौन उत्पीडन का मामला सामने आने से गुस्साए परिजनों ने सोमवार को स्कूल के सामने जोरदार हंगामा किया। परिजन स्कूल प्रबन्धन के खिलाफ भी कार्रवाई की मांग कर रहे थे। जानकारी मिलते ही एडीएम और एएसपी सहित पुलिस और प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी भी मौके पर पहुंचे। अधिकारियों ने पूरे मामले की जांच और दोषियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करने का आश्वासन दिया तब जाकर मामला शांत हुआ। एसडीएम के निर्देश पर स्कूल को आगामी पांच दिनों के लिए सील कर दिया गया। स्थिति की गंभीरता के मद्देनजर स्कूल संचालक और प्राचार्य को पीछे के रास्ते सुरक्षित निकाला गया।
आपको बता दें कि रविवार को साईं श्री स्कूल में यूकेजी में पढ़ने वाली एक पांच वर्षीय बालिका के साथ स्कूल में रहने वाले चौकीदार के बेटे द्वारा दुष्कर्म करने का मामला सामने आया था। इसके सामने आने के बाद स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों के परिजनों में आक्रोश बड़ गया। आक्रोशित परिजनों ने सोमवार को स्कूल जाकर जोरदार प्रदर्शन किया। स्कूल के बाहर हंगामा कर रहे सैकड़ो अभिभावकों ने स्कूल प्रबन्धन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। प्रबन्धन की लापरवाही के कारण इस तरह की घटना होने का आरोप लगाया। अभिभावकों की मांग थी कि स्कूल प्रबन्धन के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की जाए।


जिला प्रशासन और पुलिस के अधिकारी पहुंचे स्कूल-
आक्रोशित परिजनों के प्रदर्शन की सूचना मिलते ही एडीएम डॉ. शालिनी श्रीवास्तव, एसडीएम अनिल भाना एडीशनल एसपी राकेश खाखा, सीएसपी अभिनव बारंगे औद्योगिक क्षेत्र टीआई वीडी जोशी, स्टेशन रोड टीआई राजेंद्र वर्मा समेत अनेक पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे। अधिकारियों ने आक्रोशित परिजनों को समझाईश देकर उनका आक्रोश शान्त करवाया। अधिकारियों ने अभिभावकों को आश्वस्त किया कि आरोपी को कड़ी से कड़ी सजा दिलवाई जाएगी। इसके साथ ही पूरे मामले की विस्तृत जांच करके स्कूल प्रबन्धन के विरुद्ध भी लापरवाही बरतने के मामले में दण्डात्मक कार्रवाई की जाएगी।
स्कूल संचालक और प्राचार्य पीछे के रास्ते से भागे-
मामले की निष्पक्ष जाँच की मांग के चलते परिजनों ने स्कूल को सील करने की मांग भी रखी। इस पर एसडीएम अनिल भाना के निर्देश पर स्कूल को आगामी पांच दिनों के लिए सील कर दिया गया। अभिभावकों की नाराजगी को देखते हुए स्कूल संचालक और प्राचार्य पीछे के रास्ते से निकल गए।