रतलाम।
नौसेना के आई एन एस विक्रमादित्य पर हादसे में शहीद हुए लेफ्टिनेंट कमांडर धर्मेंद्र सिंह को आज पूरे राजकीय सैनिक सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई। स्थानीय त्रिवेणी मुक्तिधाम पर उनके भाई प्रदीप सिंह ने उनकी चिता को मुखाग्नि दी, इस मौके पर त्रिवेणी मुक्तिधाम पर बड़ी संख्या में गणमान्य लोग, जनप्रतिनिधि और आम लोग मौजूद थे। इस मौके पर मौजूद लोग भारत माता की जय और शहीद धर्मेंद्र सिंह अमर रहे के नारे लगा रहे थे।


अपने वीर सपूत की अंतिम यात्रा के पूर्व मां का दर्द छलका अपने बेटे को सैल्यूट करते हुए मां ने वापस उस की कोख में जन्म लेने को कहा।
शहीद धर्मेंद्र सिंह की अंतिम यात्रा आज प्रातः सुबह 8:00 बजे रिद्धि सिद्धि नगर स्थित उनके निवास से प्रारंभ हुई। शहीद धर्मेंद्र सिंह के पार्थिव शरीर को सेना के फूलों से सजे हुए वाहन में रखा गया था। उनकी अंतिम यात्रा शहर के अनेक प्रमुख मार्गो से होती हुई त्रिवेणी स्थित मुक्तिधाम पर पहुंची। रास्ते में जगह-जगह नागरिकों ने पुष्प वर्षा कर शहीद के प्रति अपनी श्रद्धांजलि व्यक्त की और उन्हें अंतिम विदाई दी. नगर के मुख्य मार्गो से होती हुई उनकी अंतिम यात्रा त्रिवेणी मुक्तिधाम पर पहुंची जहां पूरे सैनिक सम्मान के साथ उनके अंतिम विदाई की रस्म पूरी की गई।
इस मौके पर सेना के जवानों द्वारा उन्हें अंतिम सलामी दी गई मुक्तिधाम पर बड़ी संख्या में लोगों का हुजूम एकत्रित था राज्य शासन की और से प्रभारी मंत्री सचिन यादव,रतलाम शहर विधायक चैतन्य कश्यप, ग्रामीण विधायक दिलीप मकवाना,सैलाना विधायक हर्ष विजय गेहलोत,सांसद एवम कांग्रेस प्रत्याशी कांतिलाल भूरिया, भाजपा प्रत्याशी जीएस डामोर,कलेक्टर रुचिका चौहान, एसपी गौरव तिवारी, डीआईजी गौरव राजपूत आदि अनेक गणमान्य नागरिक व् बड़ी संख्या में आम नागरिक, महिलाये, और युवा शहीद को अंतिम विदाई देने के लिए उपस्थित थे। मुक्तिधाम पर श्री धर्मेंद्र सिंह के भाई प्रदीप सिंह ने उनकी चिता को मुखाग्नि दी शहीद धर्मेंद्र सिंह की मां टमा कुंवर तथा उनकी पत्नी और बहन भी मुक्तिधाम पर मौजूद थी।