राजेश झाला ए.रज़्ज़ाक|
उत्तर प्रदेश के भाजपाई मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कलयुग के देवता पवन पुत्र हनुमान महाराज को दलित वर्ग का बता रहे हैं, वही नवाब साहब बजरंगबली को मुस्लिम बता रहे हैं| गुजरात के सारंगपुर में स्थित हनुमान जी की पोशाक पर भी ईसाई की छाप बताकर अमेरिकी भक्तों की भावनाओं के साथ खिलवाड़ किया गया| हमारे देश में देवी देवताओं को कुछ चरमपंथी अपने स्वार्थ के लिए अपने मनपसंद ड्रेस पहना दे, उसके लिए कोई बोलने वाला नहीं है| पिछले वर्ष 2018 की गणेश उत्सव में भगवान श्री गणेश को कई प्रकार की विचित्र वेशभूषा पहनाई गई जब राष्ट्रीय साप्ताहिक जनवकालत ने देशवासियों का मूर्तियों के फोटो प्रकाशित कर ध्यान आकर्षित किया था| आज यह कैसी सियासतबाजी है कि हिंदुस्तान में हिंदू देवी देवताओं को हथियार बनाकर देशवासियों में सांप्रदायिक जहर फैलाया जा रहा है तथा जिम्मेदार मौन है | जिससे विश्व पटल पर सनातन धर्म निरंतर कमजोर होता जा रहा है अब सद्गुरुओं, पीर, फकीर, संत, आचार्यों, धर्मवेत्ताओं को धर्म रक्षा के लिए मानवीय मूल्यों की स्थापना करने की आवश्यकता है|

