रतलाम। प्रकाश तंवर
मध्यप्रदेश में सत्ता की तीसरी पारी पूर्ण करने वाली, भाजपा के विकास को मीडिया में आई कुछ तस्वीरे जरूर चिड़ा रही है। चिड़ा, नहीं रही बल्कि शिवराज सरकार की पोल भी खोल रही है। प्रदेश के सी.एम. का जन आर्शीवाद यात्रा का मार्ग वह होता है, जहां से उन्हें और उनकी पार्टी के कुछ अवसरवादियों को लाभ मिलता है। आप फिलहाल तो राजनैतिक लाभ ही समझे। क्योंकि जिस रोड़, सड़क से गुजरते है, शिवराज के लिए वह सड़क अमेरिका के बराबरी की होती है, बाकि क्षैत्रों की दुर्दशा से पूरा देश वाकीफ है। गंजबसोदा और रतलाम के बाजेड़ा के पास नागरिक किसी सरकस की तैय्यारी नहीं कर रहे है। बल्कि अपनी रोजी-रोटी कमाने के लिए इस प्रकार के जोखिम भरे रस्सी-तार को पकड़कर हर क्षण मौत से लड़कर जीवन की वैतरणी पार कर रहे होते है। मामाजी चुप है, बहन, भांजे-भांजी को जोखिम से कब निकालेंगे..? गर्भवती बहन से लगाकर हर एक बीमार को भी ऐसा ही करतब दिखाना पड़ता है, तब पार हो पाते है। फिर गड्ढे भरे रोड़ से गुजरना पड़ता है, तब जाकर कहीं-कहीं भाजपा का विकास दिखाई देता है। जनता नौटंकीबाजों की गिरफ्त से कब निकलेगी..?

