रतलाम | डॉ. सय्यद अनवर अली
‘सबका साथ, सबका विकास’ भाजपा का नारा है, और प्रदेश के मुख्यमंत्री लगभग सभी तपके को साधने में लगे हुए है। जनअर्शीवाद यात्रा के दौरान हर क्षैत्र के विकास के लिए दृढ़ संकल्प ले रहे है। 55 दिन की सी.एम. की यात्रा लगभग प्रदेश के सभी विधानसभा क्षैत्र से गुजरेगी। पिछले माह 06 जून 2018 को मंदसौर में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने पार्टी के गुब्बारे में जो हवा भरी थी, क्रमशः हवा निकलने लगी है। दिग्गी, सिंधिया, नाथ का प्रदेश में वर्चस्व होेने के उपरांत भी प्रदेश सहित रतलाम जिले में कांग्रेस कमजोर दिखाई दे रही है। पार्टी 18 जुलाई बुधवार से उज्जैन की तराना तहसील से ‘‘मुख्यमंत्री जवाब दो, जनता को हिसाब दो’ के नारे के साथ जनजागरण यात्रा निकाल रहे। आमजन में यह चर्चा जोरो पर हैं कि भाजपा और कांग्रेस यात्रा के जरिये अपना-अपना चुनावी प्रचार कर रहे है। सत्ताधीशों के साथ ज्यादा लाव-लश्कर हैं, तो विपक्ष कम संसाधनों के साथ आमजन को प्रभावित करने में, कोई कोर-कसर नहीं छोड़ रहे है। जबकि प्रदेश एवं देश में बेरोजगारी का ग्राफ बढ़ता जा रहा है। गरीब ही नहीं मध्यमवर्गी महंगाई की मार से परेशान है। नेताओं की जेब गर्म है, नागरिकों की जेबे खाली है। राजनैतिक पार्टीया सभी वर्गों के उत्थान की बात करने से क्यों कतरा रही है। वर्तमान में जो सरकार की योजनाओं में फिट नहीं बैठते हैं लेकिन गरीब, लाचार, परेशान है ऐसे परिवारजनों की सुध लेने वाला कोई नहीं है। जनता इतनी परेशान है कि वह दिल से ना तो किसी को आर्शीवाद दे रही हैं, और ना ही वो किसी से हिसाब का जवाब मांग रही है। हिसाब किताब और आर्शीवाद के शगुपेâ तो नेताओं के दिमाग की उपज मात्र है।
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