रतलाम|प्रकाश तंवर
‘कमल कीचड़ में ही खिलता है’ वार्ड क्रमांक 08 की भाजपा पार्षद श्रीमती सीमा टांक को आम रहवासियों के साथ कीचड़ में धरने पर बैठना पड़ा! आखिर ऐसा क्यों हुआ…? देश में कमलछाप सरकार, प्रदेश में कमलछाप सरकार, यहां तक कि आश्चर्य यह हैं कि रतलाम निगम परिषद में भी भाजपा ही है, फिर भी सत्ताधारी जनप्रतिनिधि टांक को विपक्ष की तरह अपनी मांगे मनवाने के लिए कीचड़ में धरना देना पड़ रहा है। एक तरफ प्रदेश के मामा शिवराज जी सड़कों, को अमेरिका के अलावा भारत के किसी भी प्रान्त से तुलना करने में गुरेज करते है। वही भाजपाई वार्डों में नागरिकों, को पर्याप्त सुविधाएं नही मिल रही है। विधानसभा चुनाव सिर पर है और सी.एम. करोड़ो के रथ पर सवार होकर जनता को आशीर्वाद देने रतलाम आ रहे है। वैसे तो जन आशीर्वाद के मायने भाजपा के अनुसार जनता से आशीर्वाद लेना है लेकिन कुछ शरातियों का मानना हैं कि मुख्यमंत्री आशीर्वाद लेने नहीं, देने आ रहे है। खैर लेने व देने के पेâर से ऊपर उठकर आम नागरिकों की अनिवार्य सेवा यदि भाजपा सरकार नहीं कर पा रही हैं, तो सिर्पâ भाषणबाजी एवं घोषणाओं से आमजन प्रभावित होने वाला नहीं है। क्या अब सत्ताधारी पार्षदो को भी अपनी मांगे मनवाने के लिए आन्दोलन का सहारा लेना पडेगा? यह वैâसा ‘राज’ है? जहां सत्ताधारियों को विपक्ष का वरण करना पड़ रहा है। मजे की बात यह हैं कि रतलाम सहित प्रदेश व देश में कमजोर विपक्ष के रहते ही भाजपा का विकल्प कांग्रेस नहीं बन पा रही है।

