रतलाम।(हितेन्द्र जोशी)
करोड़ो रूपए के सरकारी अनाज की हेरापेâरी करने वाले शासकीय उचित मूल्य की दुकान (वंâट्रोलिये) के हौंसले इतने परवान चढ़े हुए हैं कि भाजपा के सुप्रशासन पर ग्रहण लग गया है। स्मरण रहे तात्कालिन कलेक्टर श्री चन्द्रशेखर बोरकर ने जब शहर के रसूखदार कन्ट्रोलियों की दुकानों की जांच करवाई तो करोड़ो की कालाबाजारी उजागर हुई। जिसमें खाद्य विभाग, नगर निगम सहित अन्य जिम्मेदारों पर नियमानुसार कार्रवाई हुई। लेकिन शहर की बची राशन दुकानों की जांच अभी बाकी है। आम चर्चा यह हैं कि अभी तक जितनी भी कन्टोल दुकानों की जांच हुई उसमें हजारों बोगस (नकली) राशन कार्ड पकड़ाये, जिनके जरीये कन्ट्रोलिये व सम्बंधी करोड़पति बन गये। गरीबों का राशन जिम्मेदारों ने ओने-पोने दामों में ब्लैक मार्वेâट में बेच दिया। लेकिन भाजपा सरकार एवं शासन अपराधियों से गरीबों का अनाज एवं शासकीय धन वापस लेने में कामयाब नहीं हो पाये है। देश में नीरव मोदी, ललित मोदी जैसा घोेटाला म.प्र. का राशन घोटाला हैं यदि शिवराज सरकार पूर्ण ईच्छाशक्ति से अनाज तसकरों पर नकेल कसे तो अपराधियों के कई चौकाने वाले तथ्य उजागर होंगे। कई कन्ट्रोलियों ने अपना कालाधन, दलाली एवं कॉलोनी काटने में इन्वेस्ट कर रखा है। जनप्रतिनिधि यदि बिना पक्षपात किये जिला प्रशासन को काम करने दे, तो जल्द ही ‘दूध का दूध-पानी का पानी’ हो जायेगा

