नई दिल्ली।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चीन के शहर चिंगदाओ पहुंच चुके हैं। प्रधानमंत्री यहा शुरू हो रही शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के शीर्ष नेताओं की बैठक में हिस्सा लेने के अलावा चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साध द्विपक्षीय वार्ता भी करेंगे। यह बैठक भारतीय कूटनीति के लिहाज से बेहद महत्वपूर्ण होगी।


खबर है कि प्रधानमंत्री रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से भी मुलाकात करेंगे। इन दोनों नेताओं के साथ मोदी की एक महीने के भीतर दूसरी मुलाकात होगी। यह भारत की बदली कूटनीतिक सोच की तरफ भी इशारा करता है। भारत स्पष्ट तौर पर इंडो-पैसिफिक मुद्दे पर अपने सारे विकल्प खुले रखना चाहता है।
प्रधानमंत्री मोदी ने सिंगापुर में शांग्रीला डायलॉग में हिंद-प्रशांत सागर क्षेत्र में टकराव दूर करने के लिए जो फॉर्मूला दिया है उसकी तारीफ चीन में भी हो रही है। चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने स्वयं विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से मोदी के भाषण की तारीफ की है। ऐसे में एससीओ बैठक में हिंद-प्रशांत क्षेत्र को लेकर कोई बड़ी घोषणा हो जाए तो कोई आश्चर्य नहीं।