नमस्ते, हमने होम्योपैथिक चिकित्सा पद्धति के अनुसार दवाओं के प्रारंभिक शिक्षा देने के लिए ए.बी.सी से प्रारंभ होने वाली औषधियों के लेख दिये। अब डी से प्रारंभ दवा डल्कमारा की बात करेंगे। इन दिनों रतलाम व आसपास दिन में गर्मी के मौसम का अहसास हो रहा है तो रात में ठंड रहती है। इसके असर से होने वाली बिमारियों के लिए यह रामबाण औषधि है। चाहे बुखार हो दस्त लग रहा हो या फिर ठंड लग रही हो। या त्वचा रोग हो। ठंडी हवा के प्रभाव से उत्पन्न रोगी को डल्कमारा ठीक कर देती है। यहां तक कि मस्से में भी काम आने वाली औषधि हैं यह। भारत में सबसे पहले यही दवा आई थी। होम्योपैथिक चिकित्सा के क्षेत्र मे महाराजा रणजीत सिंघ को चिकित्सक जोन मार्टिन ने 1834 में उस समय दवा देकर ठीक किया था। इस दवा से गर्दन की जकड़न। नाक बंद होना ठीक हो जाता है। ठंडी हवाओं से होने वाले रोगियों को यह ठीक करती हैं।