भाव से आता हैं आत्म विष्वास- पारस सकलेचा दादा
रतलाम / जावरा | प्रदीप सिंह झाला
ईष्वर ने सभी को जन्म के साथ बराबर बुद्धी दी हैं लेकिन आज हम ईष्वर की दी हुई बुद्धि में से सहज 1 प्रतिषत ही उपयोग कर पाते हैं, जिस विद्यार्थी की मेमोरी सैल ज्यादा भर जाती है, वो परीक्षा में अच्छा लिखता हैं किसी भी कार्य को सफल सम्पन्न करने के लिए आत्म विष्वास अत्यन्त आवष्यक होता हैं आत्मविष्वास बाजार में नही मिलता, आत्म विष्वास के लिए अन्तर मन से भाव जाग्रत होना आवष्यक हैं कार्य की पूर्ति के लिए द्ढसकल्प और भाव से व्यक्ति का आत्मविष्वास मजबुत होता हैं।
उक्त विचार लायंस क्लब एवं लायनेस क्लब जावरा द्वारा आयोजित केरियर मार्गदर्षन षिविर एवं संस्कार कक्षा के दौरान पूर्व विधायक रतलाम एवं युवाम संस्थापक माननीय पारसजी सकलेचा दादा ने लायंस हाॅल लायंस नेत्र चिकित्सालय पर माईल्ड स्टोन स्कुल के बच्चों के समक्ष व्यक्त किये इस अवसर पर अतिथियों का स्वागत एवं उद्बोधन व मार्गदर्षन लायन अध्यक्ष ला. धरमचंद चपडोद, लायनेस अध्यक्षा कविता चैहान, सचिव ला. हेमन्त ठक्कर, कोशाध्यक्ष ला. कुतबुदीन सैफ, पूर्वाध्यक्ष ला. सुजानमल कोचट्टा, पुश्पा वरूण, जागृति ठक्कर ,रेखा रावल, षिक्षा समिति कोचेयरमेन कल्पना भटनागर, ने सारगर्भित उद्बोधन एवं मार्गदर्षन प्रदान किया।
स्वागत उद्बोधन अध्यक्ष लायन धरमचंद चपडोद ने प्रदान किया। उक्त जानकारी देते हुए लायंस क्लब सचिव ला. हेमन्त ठक्कर एवं लायनेस कोशाध्यक्ष रानु स्वर्णकार ने बताया की युवाम संस्थापक पारसजी सकलेचा दादा के द्वारा उपस्थित समस्त छात्र एवं छात्राओं को डिकस्नरी व बिस्कीट वितरण किया गया। संस्कार कक्षा के दौरान पूर्वाध्यक्ष लायनेस जागृति ठक्कर ने इतनी षक्ति हमें देना दाता गीत प्रस्तुत कर बच्चों को मार्गदर्षित किया।
इस अवसर पर झोन चेयरमेन ला. अनिल धारीवाल, ला. अषोक सेठिया, देवेन्द्र षर्मा (नियति), ललितासिंह, अनामिका तौलानी, जया राठौर, षरद डुंगरवाल, माईल्ड स्टोन स्कुल प्राचार्य, रजना जैन, आषिश सकलेचा, नेत्र चिकित्सालय परिवार के मेनेजर जे.पी.श्रीवास्तव, अकाउन्टेड़ जीवन बैरागी आदि ने उपस्थित रहकर बच्चों का उत्साहवर्द्धन किया।
सभा का संचालन लायन सचिव ला. हेमन्त ठक्कर एवं आभार सचिव लायनेस षितल मेहता ने माना।

