रतलाम।
प्रदेश में कांग्रेस और भाजपा यात्रा निकाल रही है। ये यात्रा राजनैतिक हैं जिसमें जिस-जिस विषय पर राजनीति हो सकेगी, नेता बराबर उस विषय पर आक्रोशित एवं संवेदनशील का अभिनय जनता के बीच करेंगे। रतलाम में यात्रा के नाम से प्रेसवार्ता का दौर चल रहा है। आर्शीवाद यात्रा गई, अब जनजागरण यात्रा आयेगी, नेताजी रतलाम के श्रमिक शहीदों को याद करने के लिए कोई प्रेस कॉन्फ्रेंस नहीं करते। उन्हें तो तत्काल राजनीति लाभ दिला सकता है। उस पर काम करते है। बेगुनाह किसान जेल में है, नेता बाहर है। कुछ नेता बाहर से फिर कांग्रेस में आये है। ‘‘व्यापम घोटाला’’ 2013 में भी कांग्रेस ने उठाया था। तो क्या कारण रहा कि भाजपा पुनः प्रदेश में काबीज हो गई। ये सारी बातें आम जनता जानती है। आमजन को किसी से हिसाब किताब नहीं करना है। अपितू नेताओं को अपनी नेतागिरी चलाने के लिए आमजन के कंधे पर बंदूक रख कर, सी.एम. से कांग्रेसी हिसाब पूछने की बात कर रहे है। बेचारी जनता को कोई भी मोहरा बनाने से नही चूक रहा।
कुछ अवसरवादी और कुछ दल-बदलू कांग्रेस संगठन को कमजोर करने के लिए पुनः पार्टी में शामिल हो गये है। ऐसे में प्रदेश सहित रतलामी कांग्रेसी आहत है। अब मतदाता जान गये हैं कि प्रेसवार्ता और मैदानी कामों में कितना फर्वâ हैं।

