राजेश झाला ए. रज़्ज़ाक |
इंका ( इंद्रा कांग्रेस) में राहुल, पंजा गुट के नवागत रतलाम जिला कांग्रेस अध्यक्ष की अगुवाई में पहला कार्यकर्ता सम्मलेन हुआ | क्षेत्रिय सांसद कांतिलाल भूरिया ने सारगर्भित भाषण दिए| साथ ही जो असंतुष्ट रहे, उन्हें भी संतुष्ट करने का प्रयास किया | स्मरण रहे नवागत अध्यक्ष गट विहीन कांग्रेस की बात कर रहे थे वही उसी समारोह में रतलाम ग्रामीण के संभावित विधायक प्रत्याशी आशीष डेनियल गुटबाज़ी की शिकायत सांसद से कर रहे थे | वैसे तो कांग्रेस में पंचायत से लगाकर आलाकमान (दिल्ली) तक कोई भी, किसी भी, स्तर का कांग्रेसी आका अपने पाले हुए मेंढ़को की ज्यादा उछालpasand नहीं करता है| यह कांग्रेसी गोपनीय परिपाटी है| एक समय जब मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री स्व. अर्जुन सिंह जी जब अखिल भारतीय कांग्रेस के पद पर आरूढ़ हुए, और कांग्रेस में नंबर दो की हैसियत से जाने पहचाने में लगे तो उस समय की तत्कालीन प्रधानमंत्री के कान में कुछ मच्छरों ने भिन भीनाते हुए कानाफूसी की तो कच्चे कान वाले आलाकमान ने कद्दावर नेता के पर काटने की रणनीति बनाई और आखरी दम तक नेताजी को कांग्रेस में संघर्ष करना पड़ा प्रदेश में स्वर्गीय महाराजा माधवराव सिंधिया एवं पूर्व मुख्यमंत्री श्री मोतीलाल वोरा की टीम सक्रिय हुई महाराष्ट्र के कांग्रेसी नेता श्री शरद पवार ने कई बार केंद्र में लड़खड़ाती कांग्रेस को सहारा दिया परिणाम यह है कि वर्तमान में नेशनल कांग्रेस पार्टी एनसीपी बनाकर अपनी राजनीतिक इच्छाशक्ति को बरकरार रख रखा है रतलामी प्रभु राठौर का कांग्रेस पद किसे चुनावी मौसम में हाथ से निकला यह तो हाथ के पंजे वाले ही जाने पर आम चर्चा यही रही कि वर्तमान के नए कांग्रेसी पदाधिकारियों ने पुराने जिला कांग्रेस अध्यक्ष राठौर को बुलाना भी नागवार समझा इस प्रकार गुड बाजी की जुगलबंदी में कांग्रेस का भारत बंद का असर रतलाम में कम ही देखने को मिला स्मरण रहे कुछ दिन पहले सपाक्स के आव्हान पर बिना हो हल्ला यह सफल बंद रहा वही महंगाई पेट्रोल-डीजल के सहारे कांग्रेस बाजार धंधा व्यवसाय बंद करवाने में असफल रही हां मजदूर किसानों के घर पर जरूर ताला था क्योंकि उन्हें अपने पेट की आग बुझाने मजदूरी करने जाना था|

