राजेश झाला ए.रज़्ज़ाक|
भाजपा का “झूठ” आप कांग्रेस के पाले में जाने लगा तो भाजपाई तिलमिलाने लग गए हैं| क्योंकि भारत वासियों के जनधन खाते में 15-15 लाख रुपए स्विस बैंक से निकाल कर देशवासियों को मिलने वाले “झूठ” से मोदी जी ने देश में प्रदेशो में भाजपा को सत्ता में काबिज करा दिया| नोट बंदी कर आतंकवाद रोकने के “झूठ” से पूरा देश परेशान है| तथा तरह-तरह की लोक लुभावनी योजनाएं चलाकर युवाओं को रोजगार देने के “झूठ” से आज देश में बेरोजगारों की लंबी फेहरिस्त है| भाजपाइयों का वर्षों से चला आ रहा “झूठ” कि हमारी सरकार केंद्र में बन जाए तो तत्काल “राम मंदिर निर्माण” कराया जाएगा| यह सभी भारतीयों की भावनाओं के साथ “महाझूठ” की श्रेणी में आता है| स्वदेशी अभियान चलाने वाले नेता जी अब विदेशों की सामग्रियों की वकालत कर रहे हैं| देश में रफाल कांड उजागर हुआ तो भाजपाई अब कांग्रेसियों द्वारा “झूठ” के मंत्र को हथियाने से दुखी नजर आ रहे हैं| भाजपा नेता पियूष गोयल कांग्रेसी “झूठ” से आहत है वही पूरा हिंदुस्तान बाजपाई “झूठ” से आहत है| जब-जब देश की सुरक्षा से खिलवाड़ हुआ है, देशवासियों ने अपने मत का विवेक से निर्णय लिया है, और कितनी भी गंभीरता से चलाने वाली सरकार को सत्ता छोड़नी पड़ी थी| स्मरण रहे तत्कालीन पीएम स्वर्गीय राजीव रत्न गांधी को बाद में रक्षा सौदों के मामले में क्लीन चिट मिली, लेकिन सरकार गवानी पड़ी थी | वर्तमान में पीएम एवं रक्षा मंत्री के बयानों को देशवासी गंभीरता से ले रहे हैं| रक्षा मंत्री सीतारमण का यह कहना कि सरकार को नहीं पता था कि, फ्रेंच कंपनी डेसो अनिल अंबानी की कंपनी रिलायंस का चुनाव करेगी| एक तरफ से जिम्मेदार रक्षा सौदे के कुछ अंश वह देश के खातिर गोपनीय रखना चाहते हैं, तो ऐसी स्थिति में क्या फ्रांस ने भारत सरकार को नहीं बताया कि आपके राष्ट्र की रिलायंस कंपनी से ही डील हो रही है ? इस प्रकार की कई बातें आम देशवासियों को कई शंका-कुशंका पर सोचने समझने पर मजबूर करती है|

