ना रैली, ना प्रदर्शन….बंद का असर, नहीं खुली दुकानें ..

रतलाम|राकेश शर्मा मामा मोटर
एससी एसटी एक्ट के विरोध में आज देश के साथ ही जिला में भी बंद का असर नजर आया। ना रैली निकाली गई और ना ही प्रदर्शन हुआ, लेकिन लोगों ने अपनी दुकानें और प्रतिष्ठान को बंद रखकर बंद को समर्थन दिया। जिले में सपाक्स एवं करणी सेना के बंद के आह्वान के साथ ही अन्य सामाजिक संस्थाओं ने बंद को अपना समर्थन दिया था। इसका असर सुबह रतलाम में भी देखा गया। रतलाम में दोपहर तक बाजार नहीं खुला था। वहीं प्रशासन भी सतर्क नजर आया। चौराहे-चौराहे पर विशेष पुलिस बल वाहनों के साथ चौकसी रेख हुए थे। इसके साथ ही दल में वीडियों और फोटों रिकार्ड करने की भी व्यवस्था की गई थी।उल्लेखनीय है कि प्रशासन ने बुधवार को दिन भर अलग अलग संगठनों की बैठकें आयोजित की एवं साफ कर दिया कि जिले में धारा 144 प्रभावशील है एवं बंद के दौरान किसी भी तरह का दबाव बनाया तो पुलिस सख्ती से पेश आएगी।
सुरक्षा : प्वाइंट बनाकर अधिकारी कर्मचारी तैनात
एट्रोसिटी एक्ट को लेकर अब स्वर्ण समाज का विरोध बढ़ता जा रहा है। छह सितंबर को बंद को लेकर प्रशासन भी पूरी सतर्कता बरत रहा है। छह सितंबर को आमजन को किसी प्रकार की असुविधा न हो और उनकी सुरक्षा को लेकर कलेक्टर और एसपी ने अपने अपने स्तर पर प्वाइंट बनाकर अधिकारी कर्मचारी तैनात किए है। इधर प्रदेश प्रेट्रोलपंप एसोशिएसन ने सुरक्षा के मद्देनजर पम्प बंद रखने का निर्णय लिया है।