नगेन्द्र सिंह झाला|
प्रजातंत्र में स्वतंत्रता के नाम पर अब नारी के बदले नर की मांग एवं गोद भराई आंगनवाड़ी में होना चाहिए| तभी दुनिया में भारतीय आधुनिक लोकतंत्र में मजबूती आएगी महिला स्वतंत्रता के लिए जनतंत्र की सरकार कटिबद्ध है| तीन तलाक से जाति विशेष की महिलाओं को मुक्त करवाया गया है| धारा 497 के माध्यम से भी महिलाओं की स्वतंत्रता को मजबूत कर नारी सशक्तिकरण के उद्देश्यों की पूर्ति की गई है भारतीय संविधान की धारा 377 को अर्जी दी गई है| यदि भारतीय मतदाता नोटबंदी पेट्रोल डीजल एवं गैस सहित महंगाई को नजरअंदाज कर सरकारों की खैरात को दृष्टिगत रखकर मतदान करें तो हो सकता है| अंग्रेजों के जमाने के नियम कायदे जो बहुमत वाली सरकार को नहीं जचेंगे, उन धारा की भी इतिश्री कर देंगे| “अच्छे दिन” के जुमले से मतदाता स्वतंत्र होना चाहते हैं तो हो सकता है| बेरोजगार मतदाता सशक्त राष्ट्र निर्माण के लिए मतदान करने में गंभीरता दिखाएं क्योंकि देश प्रदेश में चुनावी हथकंडे तेज हो गए हैं प्रजातंत्र की कई कमजोर कड़ियों को पकड़कर धूर्त समाज कंटक देश में जातिवाद का जहरीला वातावरण बना रहे हैं| राजनीतिक दल लोकतंत्र की दुहाई देकर देशवासियों को सियासत की विकृत चाल में फंसाने की योजना बनाने में लगे हैं| ऐसे में धर्म पंथ वर्ग संप्रदाय विशेष पर भी कुछ कूटनीतिक आमजन को बनाने में लगे हैं| गरीबी के नाम पर सरकारी खजाने का अपव्यय हो रहा है, जिम्मेदार नेतृत्वकर्ताओ कि देश में कमी है, हर कोई लेता जनता का हितेषी बनने का भाषण दे रहा है| पूंजीपतियों की मुट्ठी में मीडिया फंस गई है| असामाजिक तत्वों का देश प्रदेश में ग्राफ बढ़ा है| वहीं डॉलर के मुकाबले हिंदुस्तानी रुपया चित हो गया है| देश की अंदरूनी उठापटक पर दुनिया हस रही है| नेताओं के बोल वचन से भारतीय संविधान विवादित हो रहा है|

