राजेश झाला ए. रज़्ज़ाक|
रतलाम शहर हमेशा ही राजनीति की भेंट चढ़ता आया है| अतीत में झांक कर देखें तो आज की पीढ़ी को पता चलेगा की पटरीपार सैलाना ओवर ब्रिज का कार्य कांग्रेस सरकार ने करवाया था, तथा रेल मंत्री जी. के. जाफर सहित प्रदेश एवं शहर के कई नेताओं का योगदान रहा | हालांकि तत्कालीन समय में नगर विधायक श्री हिम्मत कोठारी थे, तथा जब ओवर ब्रिज तैयार हुआ तब नगर विधायक स्वर्गीय शिवकुमार झालानी थे, तब मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के हाथों पुलिया का लोकार्पण होना था, किंतु गैर कांग्रेसी नेताओं ने पहले ही औपचारिक उद्घाटन कर दिया था| इसी प्रकार आज वर्तमान में फिर से जब शहर को एक बड़ी सौगात के रूप में मेडिकल कॉलेज मिला, तो रतलामी नेताओं ने पूर्व की परिपाटी दोहराते हुए सीएम शिवराज के हाथों उद्घाटन होने वाले मेडिकल कॉलेज का क्षेत्रीय सांसद कांतिलाल भूरिया ने एक दिन पहले ही कांग्रेस पदाधिकारियों के साथ फीता काटकर पूजा अर्चना कर विधिवत उद्घाटन कर दिया| मजे की बात यह है कि वर्षों पहले जो दांव भाजपा ने पुलिया के लिए लगाया था, वर्तमान में विपक्षी कांग्रेसियों ने भी वही दांव लगाकर सत्ता पक्ष को चित कर दिया| वर्षों पहले जब पुल का उद्घाटन जनसामान्य ने कर दिया, तो तत्कालीन सीएम ने दोबारा पुल का उद्घाटन नहीं किया क्या वर्तमान के मुख्यमंत्री भी भारतीय संस्कृति के अनुरूप उद्घाटित भवन का उद्घाटन करेंगे ? चर्चा है कि शिव मामा भी नैतिकता को ध्यान में रखते हुए केवल नागरिकों से अभिनंदन करवाकर छत्रीपुल कलेक्टोरेट का उद्घाटन करें| जिससे भाजपा की छवि में इजाफा हो सकता है, वहीं कुछ मसकरो ने यह भी कहा कि राजनीति में कोई नैतिक मूल्य नहीं होते | जिसका प्रमाण शहर वासियों को 12 सितंबर बुधवार को दिखाई देगा, यदि मुख्यमंत्री उद्घाटन करते हैं तो…

