जनवकालत न्यूज़/ राजगढ़।
राजगढ़ की सारंगपुर डिविजन के अंतर्गत आने वाले उदनखेड़ी स्वास्थ्य केंद्र से लापरवाही का मामला सामने आया है। यहां एक प्रसूता ने अस्पताल के बाथरूम में ही बच्चे को जन्म दे दिया। लेकिन अस्पताल का कोई स्टाफ अस्पताल नहीं पहुंचा। प्रसूता के पति ने मीडिया को बताया कि उसने चाय वाले से चाबी लेकर अस्पताल का ताला खोला और उसकी पत्नी को अस्पताल के अंदर किया, लेकिन कोई जिम्मेदार मौके पर नहीं आया।
दरअसल सरली गांव से एक गर्भवती महिला को लेकर आए पति नीतेश लोधी ने अस्पताल प्रबंधन पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में सुविधा नाम की कोई चीज नहीं है। न तो यहां पीने का पानी है और न बिजली की व्यवस्था है। आए दिन गर्भवती महिलाओं को और यहां इलाज के लिए आने वाले लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
नीतेश लोधी ने बताया कि मैं अपनी पत्नी भारतीय लोधी को प्रसव पीड़ा होने के चलते उदनखेड़ी लाया। लेकिन सुबह आठ बजे से दोपहर 12 बजे तक अस्पताल में कोई भी कर्मचारी या स्टाफ नर्स मौजूद नहीं थी। प्रसूता ने अस्पताल के बाथरूम में ही बच्चे को जन्म दे दिया, जिसे प्रसूता के साथ आई हुई मेरी मां ने डिलीवरी होने के पश्चात प्रसूता व शिशु को संभाला। अगर प्रसूता के साथ में मेरी मां नहीं होती तो मेरी पत्नी और नवजात शिशु को कौन संभालता। साथ ही यह भी आरोप लगाए गए कि अस्पताल का ताला मैंने स्वयं ने खोला, जिसकी चाबी एक चाय वाले के पास थी।
घटनाक्रम को लेकर अस्पताल परिसर के बाहर जमकर हंगामा हुआ और गांव के अन्य लोगों की भीड़ भी मौके पर जमा हो गई। वही, परिजनों ने यह भी बताया कि लाखों की बिल्डिंग और इतना बड़ा अस्पताल होते हुए भी कोई भी मौजूद नहीं रहता और जिम्मेदार अधिकारी भी इस ओर कोई ध्यान नहीं देते। ऐसी लापरवाही पहले भी कई बार हो चुकी है।
वहीं, लापरवाही को लेकर सारंगपुर ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर धनजीत सिंह ने कहा कि हमने स्वास्थ्य केंद्र के समस्त स्टाफ को एससीएन जारी किया है और तीन दिनों में जवाब मांगा है। यदि वे संतोषजनक जवाब प्रस्तुत नहीं कर पाए तो संबंधित स्टाफ के विरूद्ध नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।