रतलाम।
छत्री पुल ब्रिज के टूट जाने पर नगर निगम द्वारा ट्रैफिक को बायपास करने के लिए कालिका माता जाने वाले मच्छी दरवाजे पर पीडब्ल्यूडी ऑफिस के सामने बनाई गई पुलिया इस बारिश में आफत की पुलिया साबित होने वाली हैं। 35 लाख की लागत से बनाई गई। इस पुलिया में डाले गए पाइप इतने संकरे हैं कि निश्चित तौर पर इनमें कचरा भरेगा और पानी रुकेगा, साथ ही पूर्व में बने समानांतर मार्ग जिनमें 12 फीट की चौड़ाई और ऊंचाई वाले गाले है से यह पुलिया 10 फीट नीचे है और पानी रुकने पर इस पुलिया से नाले का गंदा पानी बहेगा। जिससे रास्ता स्वयमेव बंद हो जाएगा। अप्रैल-मई में शुरू होने वाला रास्ता जून के अंतिम सप्ताह तक भी प्रारंभ नहीं हुआ है। इस तरह जनता की गाढ़ी टैक्स की कमाई से बनाई गई उक्त पुलिया जनता के लिए 1 महीने भी उपयोग नहीं हो पाएगी। बहुत सम्भव है की जुलाई अंत तक पुल का काम कम्प्लीट हो जाए और वह प्रारंभ हो जाए। एक तरफ नगर निगम जहां छोटे-छोटे कार्यों के लिए पैसे का रोना रोता है वहीं 35 से 40 लाखरुपए इस तरह बर्बाद कर देना जिनका जनता के लिए कोई उपयोग नहीं हो पाएगा कहां तक उचित है।