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अपने मम्मी-पापा, गुरुजनों का सम्मान करें- कलेक्टर श्रीमती चौहान

breaking रतलाम

जिले के स्कूलों में आयोजित हुआ मिलबाँचे कार्यक्रम

रतलाम |

मिलबाँचे कार्यक्रम पूरे प्रदेश के साथ ही रतलाम जिले में भी आयोजित हुआ। जनप्रतिनिधि, अधिकारी तथा अन्य वर्गों के वालिंटियर स्कूलों में पहुंचे, विद्यार्थियों से रूबरू हुए। जिले के स्कूलो में विद्यार्थियों ने राज्यस्तरीय कार्यक्रम से मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान के उद्बोधन को रेडियो के माध्यम से भी सुना। मिलबाँचे के अवसर पर कलेक्टर श्रीमती रुचिका चौहान रतलाम के डोंगरे नगर स्थित शासकीय नूतन मिडिल स्कूल में पहुंची। कलेक्टर ने बच्चों के टीचर की भूमिका निभाते हुए ज्याग्रफी का विषय बच्चो को पढाया। ज्याग्रफी की जानकारी रोचक तरीके से विद्यार्थियों को दी। इस क्लास में कक्षा सातवीं तथा आठवीं के विद्यार्थी थे।

कलेक्टर ने बोर्ड पर बनाया देश का नक्शा

ज्य़ाग्रफी पढाते हुए कलेक्टर श्रीमती रुचिका चौहान ने बच्चों से कहा कि हमारे देश का नक्शा बोर्ड पर कौन बनाएगा। बच्चे झिझक की वजह से आगे नहीं आए तो कलेक्टर ने चाक हाथ में लेकर जरा सी देर में बोर्ड पर भारत का नक्शा बना दिया, बच्चों ने तालियां बजाई। कलेक्टर ने बच्चों से विभिन्न नदियों के नाम, उनके उदगम स्थल तथा ज्याग्रफी संबंधी अन्य प्रश्न किए। कई प्रश्नों के उत्तर बच्चों ने दिए जिनके नहीं दे सके उनके बारे में स्वयं कलेक्टर ने जानकारी दी।

बच्चों की हाबी जानी

          क्लास में कलेक्टर ने बच्चों से उनका परिचय पूछा, मम्मी-पापा का नाम पूछा, बच्चों की हाबी (आदत) क्या है, यह भी जाना। विद्यार्थियों से कहा कि सफाई को अपनी आदत बना ले। जापान का उदाहरण दिया कि वहां विद्यार्थियों को अपने स्कूल की सफाई अनिवार्य रुप से खुद ही करना होती है।

प्रश्न का जवाब बगैर झिझक के देने की नसीहत दी

कलेक्टर ने क्लास में विद्यार्थियों को नसीहत दी कि किसी भी प्रश्न का उत्तर बगैर झिझक के हमेशा देवें। आपसे कोई प्रश्न पूछता है तो बिना डरे जवाब देना चाहिए। अपने सिर को नीचा नहीं करना चाहिए, इससे आत्मविश्वास में वृद्धि होती है। हमारी विभिन्न कार्य क्षमताओं तथा सीखने की क्षमता भी बढ़ती है। कलेक्टर ने कहा कि किसी के हंसने पर हमें कतई विचलित नहीं होना चाहिए। हमें अपने आत्मविश्वास पर सदैव कायम रहना चाहिए।

घर में कांच के सामने जोर-जोर से बोलने की प्रेक्टिस करें

          विद्यार्थियों में आत्मविश्वास बढ़ाने के टिप्स देते हुए कलेक्टर श्रीमती चौहान ने बालक, बालिकाओं से कहा कि अपने घर में अकेले में कांच के सामने आप लोग जोर-जोर से बोलने की प्रैक्टिस करें। तेज स्वर में कांच के सामने की इस प्रैक्टिस से आपके आत्मविश्वास में जबरदस्त वृद्धि होगी।

अपने मम्मी-पापा, गुरुजनों का सम्मान करें

          कलेक्टर ने विद्यार्थियों को नैतिक शिक्षा का पाठ पढ़ाते हुए सीख दी कि अपने मम्मी-पापा और गुरुजनों का सम्मान हमेशा करें। जब भी पढ़ने बैठें, अपने ईश्वर को याद करें और पढाई शुरू कर दें। देश के प्रति अपनी जिम्मेदारी को भी समझें।

अपने देश के प्रति मन में गर्व का भाव रखे

          कलेक्टर ने विद्यार्थियों से कहा कि हम सदा अपने देश के प्रति मन में गर्व का भाव रखे। हम सौभाग्यशाली हैं कि भारत के निवासी हैं। चाईना तथा दुनिया के अन्य कई देशो में नागरिकों को विभिन्न प्रतिबंधों के दायरे में रहना पड़ता है, लेकिन हम भारत में पूरी आजादी के साथ रह रहे हैं। हमें किन्ही प्रतिबंधों का सामना नहीं करना पड़ता है।

स्कूल आपका दूसरा घर है

          कलेक्टर श्रीमती चौहान ने विद्यार्थियों से रूबरू होते हुए स्कूल में सफाई रखने पर जोर दिया। आपने कहा कि स्कूल विद्यार्थी का दूसरा घर होता है। जैसे हम अपने घर पर सफाई रखते हैं, वैसी ही सफाई स्कूल में भी व्यक्तिगत रुचि लेकर रखे। कलेक्टर ने स्कूल स्टाफ को निर्देश दिए कि प्रत्येक सप्ताह बच्चों के द्वारा स्कूल में अच्छे कार्य करवाकर उसके फोटोग्राफ गैलरी में लगवाएं, इससे अच्छे कार्य करने वाले  बच्चे का उत्साहवर्द्धन होगा, दूसरे बच्चे भी इससे शिक्षा ले  सकेंगे।

विषय को रटे नहीं, उसे समझें

          कलेक्टर ने बच्चों को समझाया कि अपनी पढ़ाई में इस बात का जरूर ध्यान रखे कि पढ़ते समय हम एकाग्र हों, अपने विषय को समझकर पढ़ें, रटने से फायदा नहीं होता है। कलेक्टर ने मौजूद क्लास टीचर सुश्री कुमुद दुबे को भी इस बारे में समझाईश दी।

बच्चों को बुक्स तथा कापियां गिफ्ट कीं

स्कूल में कलेक्टर श्रीमती चौहान ने विद्यार्थियों को विभिन्न प्रकार की बुक्स तथा कापियां गिफ्ट की। कलेक्टर ने सामान्य ज्ञान से लेकर अन्य विषयों की पुस्तकें गिफ्ट के रूप में बच्चो को दी। कलेक्टर ने स्कूल में विद्यार्थियो द्वारा तैयार किए गए वैज्ञानिक माडल्स का अवलोकन भी किया। इस दौरान जिला परियोजना समन्वयक श्री आर.के. त्रिपाठी तथा स्कूल स्टाफ भी उपस्थित था।

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