रतलाम। प्रकाश तंवर
शहर सहित आसपास के ग्रामीण अंचल से गुजरने वाली, 8 लेन की एक्सप्रेस हाईवे में क्षैत्र के गरीब किसानों की जमीन आ रही है। और शासन आदिवासियों की जमीन का मुआवजा देना चाहती है। ऐसे में आदिवासियों के पास अपनी आजीविका के लिए पहले से ही सीमित साधन है। और यदि थोड़ी बची जमीन भी सरकार ले लेगी, तो गरीब किसान क्या करेगा..? आदिवासियों के जमीन के बदले जमीन तथा मकान के बदले मकान की मांग को लेकर जयेस के संरक्षक डॉ. अभय ओहरी ने विगत दिनो जिला प्रशासन को मांग पत्र सौंपा। समाजसेवी डॉ. ओहरी वर्षों से गरीब पिछड़े तपके, के लोगों के लिए सदैव संघर्षरत रहते आये है। समय-समय पर सिस्टम की विसंगतियों को उजागर कर निराकरण की दिशा में प्रयासरत रहने वाले डॉ. ओहरी के साथ अंचल के सैकड़ो गरीबों ने एक स्वर में अपने अधिकार की पैरवी की।